Nikhil

ये बारिश की बूंदें

ये बारिश की बूंदें
ये लहराती डाली
बस कुछ ही पलों की
कहानी है सारी

परिंदे भी बैठे
पनाहों से झांके
है माटी भी गाती
हवाओं में आके
फ़िज़ाओं में दिखती है
रंगों की यारी
बस कुछ ही पलों की
कहानी है सारी

है बूंदों का डालों से
रिश्ता पुराना
कि दो पल बशर का
इस दुनिया में आना
आनी कतरे की माटी में
मिलने की बारी
बस कुछ ही पलों की
कहानी है सारी

ये बारिश की बूंदें
ये लहराती डाली
बस कुछ ही पलों की
कहानी है सारी